खबर हेमंत तिवारी
पाण्डुका /जंगली दंतेल हाथियों का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है ।प्रशासन वा वन विभाग के द्वारा इन हाथियों के लिए किसी प्रकार का कोई इंतजाम नहीं किया जा रहा है जिससे किसानों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है
खासकर बारिश के इन मौसम में घर को तोडे जाने से ग्रामीणों में बहुत नाराजगी देखी जा रही है।बीती सोमवार रात को कक्ष क्रमांक 74 से निकाल कर Me3 हाथी सड़क के चलते हुए तौरंगा के मौली पारा होते हुए ग्राम तौरेंगा के पकालु राम यादव के बाड़ी में घुसे और वहां एक बोरी धान और केला को खाने के बाद सीधा सड़क पर आते हुए।
सांकरा वा मुरमुरा की ओर निकल गया तो वही मुरमुरा में तेजू राम साहू के घर के दरवाजा तोड़ा और दो बोरी धान खाया फिर परदेशी राम के घर को तोड़ा भारी चिंघाड़ने की आवाज की बीच हाथी द्वारा गजराज वाहन को भी दौड़ाए जाने की बात सामने आ रहा है।
वही हाथी देखने के लिए ग्रामीण सड़क पर आ जाते हैं और पूरी रात इसे टॉर्च जला जला कर परेशान किया जा रहा है जिससे आक्रोशित हाथी किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है बार-बार वन विभाग की समझाइए के बावजूद भी हाथी मित्र दल की समझाइए की परवाह न करते हुए लोग हाथी देखने के चक्कर में अपनी जान हथेली पर लेकर आगे पीछे होते रहते हैं। हालांकि वन विभाग की दोनों वाहन में पूरी टीम रहता है पर इस दिन दतेल खूंखार हाथी का कोई ठिकाना नहीं ।
तो वही महासमुंद तरफ से गरियाबंद जिले की और हाथियों के एक टीम जिसमें तीन सदस्य हैं वह भी आगे बढ़ रहा है जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये एक ही दल के सदस्य है। और गरियाबंद जिले में इन सभी हाथियों का आपस में मिलने की संभावना है। तो वही यह हाथी अपने पुराने जगह खद्राही जंगल में चला गया है।