कांकेर। जिले के सभी सात विकासखण्डों के दस-दस गौठानों में मुर्गी शेड का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें बेरोजगार युवाओं को समूह बनाकर मुर्गी पालन का दायित्व सौंपा जाएगा। एक-एक शेड में बकरी पालन का कार्य भी किया जाएगा। कलेक्टर के.एल. चौहान ने आज समय-सीमा की बैठक में इसकी समीक्षा करते हुए मुर्गी पालन के लिए युवा समूह का गठन करने और उन्हें प्रशिक्षण देने के निर्देश सभी जनपद सीईओ को दिये हैं। स्कूलों का अच्छे कलर से रंग-रोगन कराने और प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों के नवीनीकरण कराने के लिए भी कलेक्टर द्वारा सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया है। उक्त कार्यो के लिए शासन द्वारा आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराई गई है। व्यावसायिक उद्देश्य से मछली पालन करने वाले सभी किसानों का केसीसी बनाने तथा राशनकार्डधारी ऐसे परिवार जिनका आधार सीडिंग नहीं हुआ है, उनका आधार सीडिंग 25 जुलाई तक कराने के लिए निर्दिशत किया गया है। गिरदावरी के कार्य को त्रुटिरहित करने तथा जर्जर शासकीय भवनों के डिस्मेंटल की कार्यवाही करने के निर्देश भी कलेक्टर चौहान द्वारा दिये गये हैं।
कलेक्टर चौहान द्वारा व्यक्तिगत वनाधिकार मान्यता पत्र, सामुदायिक वनाधिकार पत्र एवं वन संसाधन हक के संबंध में वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है। वन सीमाओं के चिन्हांकन के लिए अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं अनुविभागीय अधिकारी वन को ग्रामीणों की बैठक आयोजित कर वन सीमा का चिन्हांकन करने के लिए निर्देशित किया गया है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान तथा अतिक्रमित शासकीय भूमि के व्यवस्थापन के संबंध में भी उनके द्वारा संबंधित अधिकारियें को दिशा निर्देश दिये गये हैं। कलेक्टर चौहान द्वारा लोक सेवा गारंटी अधिनियम अंतर्गत समय-सीमा में सेवा प्रदान करने तथा प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के लिए सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी कांकेर अरविन्द पी.एम., वनमण्डलाधिकारी भानुप्रतापपुर पूर्व मनीष कश्यप, अपर कलेक्टर एम.आर. चेलक एवं एस.पी. वैद्य सहित सभी जिला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार एवं जनपद सीईओ उपस्थित थे।