विक्रम शाह की खबर,,,
कुम्हारी । कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड परिसीमन को लेकर नगर में राजनीति तेज हो गई है। नगर में वार्डों की सीमाओं की अदला बदली को लेकर विपक्ष की नाराजगी सामने आने लगी है। कांग्रेस वार्ड परिसीमन के विरोध में खड़ी है तो भाजपा मतदान केंद्रों में मतदाताओं को हो रही समस्या व वार्डों में समुचित विकास को लेकर व 2019 में हुए परिसीमन में विसंगतियों को दूर करने के लिए परिसीमन के पक्ष में नजर आ रही है।
बात दे कि कुम्हारी नगर पालिका में 24 वार्ड है इन 24 वार्डों में नए सिरे से परिसीमन की प्रक्रिया प्रारम्भ हो गई है शासन प्रशासन ने इसकी तैयारी कर ली है लेकिन इससे पहले एक नया विवाद भी खड़ा हो गया है नए परिसीमन को लेकर कुम्हारी नगर पालिका के अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर और कांग्रेसी पार्षदों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि जब साल 2011 को आधार बनाकर साल 2019 में वार्डों का परिसीमन किया गया अब 2024 में किस आधार पर एक बार फिर वार्डो का परिसीमन किया जा रहा है जबकि परिसीमन के पूर्व जनगणना करना था। पालिका अध्यक्ष ने कहा की यह परिसीमन जन भावनाओं के विपरीत किया गया है जिसकी सूचना या आदेश पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं किसी भी विपक्षी पार्षदों नहीं दी गई साथ ही नगर के किसी भी नागरिक ने पालिका के किसी भी सर्वेक्षक को वार्डो का सर्वे करते हुए या पंचनामा बनाते नहीं देखा, लगता है सत्ताधारी दल के कार्यालय से परिसीमन को लेकर जो प्रस्ताव आया है उसे नगर पालिका प्रशासन ने बंद कमरे में सील मोहर लगाकर स्वीकृति दे दी है। हालांकि जन भावनाओं के विपरीत हुए परिसीमन से एवं परिसीमन पूर्ण जानकारी नहीं दिए जाने से पालिकाध्यक्ष ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को पत्र जारी कर इसकी जानकारी मांगी है। इसके साथ ही दावा आपत्ति के अंतिम दिवस में कलेक्टर व सम्बंधित विभागों को आपत्ति पत्र दिया है। वहीं ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद सिंह राजपूत ने आरोप लगाया है कि प्रशासन द्वारा परिसीमन में घोर लापरवाही बरती गई है चाहे वार्डों की सीमा में हो या मतदाताओं के विभाजन से नागरिकों को भारी समस्या होने वाली है परिसीमन से प्रभावित नागरिकों के सरकारी दस्तावेजों में अब वार्ड क्रमांक के बदलाव से आमजन को जो परेशानी आयेगी वह सर्वविदित है। पार्षद थनेश पटेल का कहना है कि परिसीमन से मेरे स्वयं का वार्ड क्रमांक 3 अस्तित्व से बाहर हो गया है। वार्ड के मतदाताओं को वार्ड 5 व वार्ड 2 में विलय कर दिया गया है, वहीं वार्ड 13 के नए परिसीमन में दो गांवों को जोड़कर रहवासियों के लिए और समस्या उत्पन्न कर दी गई है। वार्ड 13 की स्थिति यह है कि इसका कुछ हिस्सा ग्राम परसदा एवं कुछ हिस्सा कुम्हारी क्षेत्र में आ गया जिससे लोगों को राजस्व सम्बंधित कार्य हेतु भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वार्ड क्रमांक 18 के वार्डवासियों ने भी हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपा-इसी मुद्दे को लेकर वार्ड क्रमांक 18 के वार्ड वासियों द्वारा 10 जुलाई को दिए गए ज्ञापन में नए वार्ड परिसीमन को लेकर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया गया हस्ताक्षर युक्त सौंपे गए ज्ञापन में चार बिंदुओं में परिसीमन से होने वाले समस्याओं को रेखांकित किया गया जिसमें बताया गया है कि वार्ड का परिसीमन वर्ष 2011- 12 को आधार मानकर वर्ष 2019 में किया गया था नए परिसीमन में वार्डों के बदलाव से भविष्य में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वार्डों के विभाजन से परिवारों का भी बंटवारा हो गया है जो कि कष्ट दायक है।वर्सन-शासन द्वारा जारी अधिपत्र के अनुसार कलेक्टर दुर्ग द्वारा प्रकाशन कराया गया जिसके अनुसार वार्डों का परिसीमन कराया जा रहा है। नगर पालिका प्रशासन को इस कार्य में जनसंख्या व सीमाओं की जानकारी देने हेतु आदेशित किया गया है। इसमें हमारी अन्य कोई भूमिका नहीं है।-नेतराम चंद्राकरमुख्य नगरपालिका अधिकारी कुम्हारीवर्सन-पूर्व में कांग्रेस सरकार के द्वारा नगर पालिका परिषद कुम्हारी का जो परिसीमन कराया गया था उसमें बहुत सी विसंगतियां थी।
वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार पुनः परिसीमन कराया जा रहा है उसमे उन विसंगतियों को दूर किया गया है ।-लोकेश साहूनेता प्रतिपक्ष———————————————————–