बेटियां हो रही है। शिक्षा से वंचित। मरम्मत की धीमी गति बन रहा रोड़ा ,,,,,,,,,,

ठेकेदार पर विभाग के अधिकारी की मेहरबानी बन रहा वजह

खबर हेमंत तिवारी

छुरा :- जिले के आदिवासी विकासखंड छुरा मुख्यालय मे स्थित कन्या छात्रावास कि मरम्मत कार्य कि धीमी गति से चल रहा है जिसके चलते इस छात्रावास मे रहकर पढ़ाई करने वाले 48 बालिकाओ को इस छात्रावास मे दाखिला लेने के बाद भी सरकारी योजना के साथ शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है जिसको लेकर जिम्मेदार अधिकारियो ने भी चुप्पी साध रखी है या ये भी कहा जा सकता है कि जिम्मेदार अधिकारी जानकर भी अंजान बनने का नाटक कर रहे है क्यों की इस छात्रावास से विकासखंड शिक्षा अधिकारी का कार्यालय कि दुरी महज 200 मीटर है और अधिकारी इस छात्रावास को पार कर रोज कार्यालय पहुंचते है लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियो को इस छात्रावास मे रहकर पढ़ने वाली बेटियो कि समस्याओ से कोई लेना देना नहीं है वर्ष 2024/25 मे इस पहली कक्षा से पाँचवी कक्षा तक संचालित इस शासकीय बालिका छात्रावास स्कुल मे आदिवासी क्षेत्र के 50 छात्राओ ने दाखिला लिया है जिसमे से मात्र 02 ही छात्राए स्कुल पढ़ने आ रही स्कुल पढ़ने आने वाली ये दोनों ही छात्राएं ब्लाक मुख्यालय छुरा कि रहने वाली है बाकी 48 छात्राए आदिवासी विकासखंड के अन्य सुदूर गांव कि है जो इस छात्रावास मे रहकर पढ़ाई कर अपना जीवन संवारना चाहते है। एसे मे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के स्लोगन को विभाग के जिम्मेदार अधिकारी मजाक बना कर रखे है।

छात्रों का एडमिशन लेकर नहीं आने का कारण छात्रावास मे चल रहे मरम्मत कार्य को बताया जा रहा है आदिमजाति कल्याण विभाग गरियाबंद के द्वारा आश्रम शाला का मरम्मत का ठेका स्कुल खुलने के 8 माह पहले दिया गया था जिसको ठेकेदार द्वारा 3 माह मे स्कुल खुलने के पहले मरम्मत करके देना था लेकिन ठेकेदार द्वारा आश्रम शाला का मरम्मत कार्य कछुए कि चाल से करने के कारण वर्क आर्डर के 8 माह बाद भी निर्माण कार्य आधा ही हो पाया है जिसका खामियाजा इस आश्रम शाला मे रहकर पढ़ाई करने वाली छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है स्कुल खुले एक माह का समय बीत गया लेकिन अब तक इस आश्रम शाला के छात्राओं को सरकार कि ओर से मिलने देने वाले ड्रेस व पुस्तक का वितरण भी नहीं किया गया है और न ही स्कुल आश्रम शाला का लाभ इस आदिवासी अंचल के छात्राओं को मिल रहा है! साथ ही अंचल के जिम्मेदार जन प्रतिनिधि की चुप्पी साधे बैठे है ।तथा कुछ समाज सेवक के मुंह में भी दही जमा हुआ है। जो इस समस्या के प्रति आवाज नहीं उठा पा रहे हैं।

इस बारे मे आश्रम अधिक्षिका प्रेमबति ध्रुव से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि ठेकेदार द्वारा लगभग आठ माह से आश्रम शाला का मरम्मत कार्य रुक रुक कर ठेकेदार द्वारा किया जा रहा उनके द्वारा स्कुल खुलने के पहले मई मे ही अपने वरिष्ठ अधिकारिओ से मिलकर इसकी जानकारी देने कि बात कही उन्होंने बताया कि समय समय पर मंडल संयोजक आश्रम शाला मे आकर ठेकेदार को कार्य जल्दी पूर्ण करने का निर्देश देकर चले जाते है!

इस बारे मे मंडल संयोजक सतीश चन्द्रवशी का कहना है कि उनके द्वारा इस बारे मे ए सी साहब को अवगत करा चूका हूँ ए सी सर के द्वारा ठेकेदार को स्कुल खुलने के पहले ही मरम्मत कार्य पूर्ण करके देने कि बात कही गई थी लेकिन ठेकेदार द्वारा बात नहीं सुनी जा रही है आश्रम शाला कि मरम्मत कार्य का ठेका किसको और कितना मे दिया गया है यह तो एसी सर ही बता पाएंगे

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