विश्व बौद्धिक संपदा दिवस: टिकाऊ भविष्य के लिए नवाचार को बढ़ावा देना जरूरी

सेलूद। स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम सेलूद में विश्व बौद्धिक संपदा दिवस के अवसर पर शुक्रवार को एटीएल लैब में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्राचार्य एन पी देशकर, ए टी एल लैब प्रभारी लीना चंद्राकर व सभी स्टाफ मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में प्राचार्य एन पी देशकर ने बौद्धिक संपदा दिवस का उद्देश्य बताकर उन्हें आई पी अधिकारों के बारे में जागरूक होना व टीकाऊ भविष्य के लिए पेटेंट, ट्रेडमार्क, कापीराइट अपने अविष्कार, रचनात्मक कार्य व ब्रांड की रक्षा करने के लिए सक्षम बनने की जानकारी दी। उन्होंने कहा तुलसी, नीम,हल्दी जैसे सामान का उपयोग हमारे देश मे सदियों से उपयोग किया जा रहा है लेकिन इसका पेटेंट अमेरिका के पास है। बौद्धिक संपदा अधिकार देशों के बीच, विशेष रूप से विकसित देशों से विकासशील देशों के बीच तकनीक और ज्ञान के हस्तांतरण को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इस कार्यक्रम में व्याख्याता पियाली सेन, रोहिणी सिंह व दीप्ति राजपूत ने अपने विचार व्यक्त किये। साथ ही व्यावसायिक प्रशिक्षक ममता सिंह ने विद्यार्थियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रमाण पत्र वितरित किए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *