पाटन। छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर एक सूत्रीय मांग परिवीक्षावधि पश्चात शासकीयकरण की मांग को लेकर पंचायत सचिव संघ पाटन के द्वारा अनिश्चित कालीन काम बंद कलम बन्द हड़ताल का आगाज 16 मार्च से किया गया।
जिसमें पिछले 27 वर्षो से शासन प्रशासन की समस्त जनकल्याण कारी योजनाओ सहित कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य करने वाले ग्राम स्तर पर मैदान में कार्य करने वाले पंचायत सचिवों ने वर्तमान भूपेश सरकार के द्वारा शासकीयकरण के वादा को अंतिम बजट में भी पूरा नहीं करने को लेकर निराश व आक्रोशित हैं।
संघ के जिला अध्यक्ष महेंद्र कुमार साहू ने कहा कि – इस बार की आंदोलन आर-पार की होगी,,जब तक मांग को पूरा नही किया जाता हड़ताल किसी भी हालत में वापस नही होगा तथा जैसे-जैसे हड़ताल लम्बी खिंचेगी आंदोलन भी करो-मरो की स्थिति में होगी।
ब्लाक अध्यक्ष नरेश सिंह राजपूत ने कहा कि पाटन मुख्यमंत्री का गृह विधानसभा है जिससे हमारी अपेक्षा को और बल मिला था परंतु,,आज हमें मजबूर होकर हड़ताल में जाना पड़ा ये अत्यंत दुख की बात है। हम शासन की समस्त योजनाओ का बखुखी क्रियान्वयन कर रहें तथा हमारे द्वारा बढ़ चढ़कर कार्य को अंजाम देने के उपरांत छत्तीसगढ़ को देश में कई पुरस्कार मिला फिर भी हमारे मांग को पूरा नही करना दुखद है। हड़ताल में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार साहू,ब्लाक अध्यक्ष नरेश राजपूत, कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप चंद्राकर,बिहारीलाल साहू,गुमान सिंह नायक,सुलोचना चंद्राकर,सुनीता दीवान,नरेश महतो, गिरधर वर्मा, विनोद साहू, ठाकुरराम साहू,नरेश पटेल, कामता पटेल, प्रवीण शर्मा, विनोद कौशिक, गैंदलाल साहू,हुपेन्द्र साहू, हितांशु यादव,लतेश्वरी सोनवानी,लोकेश्वरी मारकंडे,कल्याणी बंजारे, रामेश्वरी साहू,राजकुमार सेन ,धर्मेंद्र वर्मा, मनीष चतुर्वेदी, दीनदयल वर्मा, मोतीलाल मारकंडे,कोमल अंगारे सहित अन्य पंचायत सचिव उपस्थित रहे।