भिलाई। छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के ई-लायब्रेरी का लोकार्पण 20 फरवरी को सुबह 11:30 बजे वर्चुअल मोड में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने छात्रों के हितों में ई – लायब्रेरी को मील का पत्थर बताया और इसे कुलपति डॉ. एम.के.वर्मा की दूरदर्शिता का परिणाम बताते हुए कुलपति सहित विश्वविद्यालय प्रशासन का सराहना किया। मध्य भारत में हुए इसप्रकार के पहले नवाचार पर बधाई और शुभकामनाएं दी साथ ही छात्रों को इसका भरपूर लाभ लेकर राज्य और राष्ट्र का नाम रौशन करने का संदेश दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे तकनीकी शिक्षा मंत्री उमेश नंदकुमार पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि ई- लाइबेरी का उपयोग छात्र- छात्राएं अपने मोबाइल, लैपटॉप व पीसी से कर सकेगे इसमें तकनीकी शिक्षा से जुड़े लगभग सभी ऑथर के किताबें उपलब्ध रहेंगी। ई-लाइब्रेरी से सेमेस्टर व प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी- करने वाले छात्राओं को लाभ मिलेगा। गेट परीक्षा,आईएस की तैयारी के साथ ही विभिन्न विभागीय परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को भी लाभ मिलेगा। खनन, पीडब्ल्यूडी, आरईएस, पीएचई, जल संसाधन विभाग, रेलवे,विद्युत विभाग सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्र आदि में इंजीनियरों की भर्ती की जाती है जिनके तैयारी के लिए विवि की ई- लाइब्रेरी काफी सार्थक साबित होगी।
ई-लायब्रेरी में तकनीकी शिक्षा से जुड़े सभी तरह के पुस्तकें व नोट्स मिलेंगे जोकि क्षेत्रीय भाषाओं (हिन्दी) व अंग्रेजी भाषाओं में उपलब्ध रहेंगे।
वहीं कुलपति प्रो.वर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि ई-लायब्रेरी से किताबें छात्रों के एक क्लिक में होगा एक्सेस इसके लिए उनका आईडी – पासवर्ड बनाया जाएगा यह सुविधा पाठ्यक्रम के अवधि से तीन वर्ष अधिक तक छात्रों के पास रहेगी। इससे प्रदेश के 33 जिलों में सीएसव्हीटीयू से संबंधित पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग, फार्मेसी महाविद्यालयों के छात्र – छात्राएं लाभान्वित होंगे,सभी पाठ्यक्रम से वर्तमान सत्र में नवप्रवेशित कुल छात्रों की संख्या 27 हजार है जो ई-लायब्रेरी का लाभ प्रथम वर्ष से लेंगे साथ ही सभी सेमेस्टर के छात्र भी लाभान्वित होंगे। प्रायः यह देखा गया है कि सेमेस्टर परीक्षा के साथ विभिन्न पदों के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को तकनीकी शिक्षा के सभी पुस्तकें नहीं मिल पाती और मिलता भी है तो पुस्तकों का मूल्य बहुत ज्यादा होने के कारण छात्रों द्वारा पुस्तक खरीद कर उपयोग कर पाना संभव नहीं होता। वहीं अब एक कप चाय की कीमत से भी कम के न्यूनतम वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज पर छात्रों को पुस्तकें आसानी से मिल जाएगा। इसे वे कहीं भी और कभी भी उपयोग में ला सकते है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री अमरजीत भगत, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, कुलपति प्रो.मुकेश कुमार वर्मा, कुलाधिसचिव प्रो.संजय अग्रवाल, कुलसचिव डॉ. कृष्ण कुमार वर्मा, परीक्षा नियंत्रक अंकित अरोरा, यूटीडी निदेशक प्रो. घोष, सहायक प्राध्यापक – डॉ आर.जी. ब्रजेश, विवेक मिश्रा, पीआरओ किशोर कुमार भारद्वाज एवं विश्वविद्यालय के कर्मचारी- अधिकारियों, प्राध्यापकों सहित विभिन्न महाविद्यालयों से ऑनलाइन जुड़े हजारों छात्रों की उपस्थिति में लोकार्पण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
