* * रायपुर। छत्तीसगढ़ महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ महिला पर्यवेक्षक कल्याण संघ के आवाहन पर पर्यवेक्षकों ने पदोन्नति वेतन संगति, नई पेंशन योजना से पुरानी पेंशन योजना में डूबने वाली राशि की सुरक्षा, महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सहित लंबित मांगो के लिए एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल कर बुढ़ातालाब धरना स्थल में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन उपरांत जिला प्रशासन के प्रतिनिधि उमंग जैन कार्यपालन दंडाधिकारी को मांगपत्र सौपा। पर्यवेक्षक कल्याण संघ के प्रांतीय अध्यक्ष श्रीमती रितु परिहार एवं प्रवक्ता विजय कुमार झा ने बताया है कि बूढ़ातालाब धरना स्थल पर तपती धूप में दूरस्थ अंचल से आई हुई महिलाओं ने नारी शक्ति के सम्मान के लिए धरना प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों की सभा को प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रितु परिहार, सचिव श्रीमती राजश्री साहू, कोषाध्यक्ष याचना शुक्ला, प्रवक्ता विजय कुमार झा सहित प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के संरक्षक अजय तिवारी, महामंत्री उमेश मुदलियार, संभागीय संरक्षक सीएल दुबे, सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया। श्री झा ने कहा एक देश एक संविधान की बात करने वाले महिलाओं के ग्रेड पे में देश के विभिन्न राज्यों में 3400/-रु, 4200/-रु, 3200, ग्रेट पे है। लेकिन छत्तीसगढ़ में मात्र 2400/-रू भुगतान किया जा रहा है। वर्ष 2004 के बाद नियुक्त महिला पर्यवेक्षकों को एनपीएस में से पुरानी पेंशन योजना के लिए 6 बिंदुओं पर शपथ पत्र लेकर उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। पूर्व में भी 22 दिसंबर को प्रस्तावित आंदोलन को संचालक महिला बाल विकास से चर्चा कर मांग पत्र सौंप कर स्थगित गया था। चर्चा व आश्वासन के बाद भी मांग पूरा न होने के कारण आज 20 फरवरी रविवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया गया। बजट सत्र में मांग पूरा न होने पर आंदोलन का और विस्तार किया जावेगा।