रवेन्द्र दीक्षित द्वारा,,
*छुरा@@@@@. 13वें ज्योतिर्लिंग महाऔघड़ेश्वर धाम अघोर पीठ ,अघौड़ दरबार ग्राम बिहावझोला (मड़ेली) में महाशिवरात्रि पर्व बड़े धूम-धाम से मनाया गया। महाशिवरात्रि एक ऐसा पर्व है जब आप शिवजी की कृपा से अपने जीवन की मुश्किलों को दूर कर सकते हैं, 18 फरवरी को महाशिवरात्रि पूरे देश में मनाई गई। हिन्दू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया। देश में सबसे खास पूजा महाशिवरात्रि की शिवजी के 13 ज्योतिर्लिंग में होती है। उनमें से एक है छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के बिहावझोला मड़ेली का महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग जो सबसे रहस्यमई माना जाता है। बिहावझोला मड़ेली को पुण्य भूमि के नाम से जाना जाता है। 13 ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिग बिहावझोला मड़ेली में भी है जिसे महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग कहते हैं। साथ ही बिहावझोला मड़ेली में संत, ऋषि,ब्राम्हण,जप और तप करने आते हैं। 13 वें ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रसिद्ध मंदिर गरियाबंद जिला मुख्यालय से 36 किमी दूर घटारानी-जतमाई मंदिर के मध्य प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र अघोर पीठ, अघोरेश्वर धाम बिहावझोला मड़ेली में महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग विराजमान भगवान शिव 13वें ज्योतिर्लिंग के रुप में प्रसिद्ध है। इस मंदिर के सामने ही घटवारिन माता विराजमान हैं। यहां मांगी जाने वाली सभी मनोकामनाएं भगवान भोलेनाथ पूरी करते है। महाशिवरात्रि के मौके पर यहां हजारों की तादाद में भक्त जुटते हैं। महाशिवरात्रि, सावन सोमवार और अन्य ख़ास दिनों में मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो जाता है। देश के बड़े-बड़े राजनेता भी भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर चुके हैं। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह धार्मिक रीति रिवाज के साथ सम्पन्न होता है। इस दिन भगवान को जल अर्पित करने पूरे देश, प्रदेश से हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। भोलेनाथ के इस खास दिन में श्रद्धालु पूरा दिन व्रत रखकर शिवजी की पूजा करते हैं। देवों के देव महादेव की आराधना से मनुष्य की सारी मनोकामनाएं पूरी होती है। शिवलिंग पर मात्र जल चढ़ाने से भगवान शंकरजी प्रसन्न होते हैं । शिवजी की पूजा में तेरह ज्योतिर्लिंगों का बेहद महत्व है, इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन और पूजन भक्तों के जन्म जन्मांतर के सारे पाप व कष्ट दूर हो जाते हैं। इस मंदिर की बनावट इसे और भी खास बनाती है। इस मंदिर में कई शैलियों का सम्मिश्रण है। इस मंदिर की एक और खास बात ये है कि यहां कि भूमि को कई तरह की फूल एवं फलदार पेड़ पौधों से सिंगार किया गया है। और इस मंदिर की चारों दिशाओं में प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है। छत्तीसगढ़ के महाकौशल क्षेत्र महाऔघड़ेश्वर ज्योतिर्लिंग अघौड़नाथ धाम बिहावझोला मड़ेली, जिला की 21फरवरी2023 दिन मंगलवार को पूजा अर्चना,पाठ महामृत्युंजय जप श्रृंगार दर्शन के साथ महाशिवरात्रि पर्व एवं भोग भंण्डारा कार्यक्रम होगा। इस उत्सव की शुरुआत अघोर पीठ, अघोरनाथ जी के आशिर्वाद, मार्गदर्शन से अघोरपीठाधीश गुरुदेव बाबा श्री प्रचंडवेग नाथ जी की कृपा से सम्पन्न होगा।