आशा शर्मा की रिपोर्ट
राजिम। माघी पुन्नी मेला में 23 वर्षों के इतिहास में आज तक ऐसी घटना नही घटी जो मंगलवार को राजिम धर्म नगरी में हुई।
राजिम माघी पुन्नी मेला में दूर दराज से आये तथा राजिम नगर वासियो के द्वारा लगाये गए, गरीबो के आशियानों को रौंदने वाले मेला में लगे फुटपाथ दुकानों के सामानों को तानाशाही तरीके से तोड़ फोड़ कर समान जप्ती कर नगर पंचायत के कचड़ा वाहन में डालने से हुए नुकसान की भरपाई , तथा स्थाई दुकान हेतु जगह की मांग को ले कर शासन प्रशासन तथा राजिम विधायक अमितेश शुक्ला के खिलाफ गरीबों में भारी जन आक्रोश देखने को मिला।
देखिये वीडियो…..
पीड़ितों ने कहा कि एक तरफ शासन द्वारा जगह दिया जाना दूसरी तरफ उसी दुकान को तोड़ कर समान जप्ती करना , समझ से परे है, आखिर सरकार चाहती क्या है? राजिम मेला में शासन, प्रशासन की लापरवाही तानाशाही गरीबों के साथ अन्याय का जिम्मेदार कौन?
मेला स्थल में परेशानियो के निराकरण हेतु राजिम एसडीएम, गरियाबंद कलेक्टर, छत्तीसगढ़ शासन के पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री से नम्बर से बात करने पर भी किसी प्रकार से कोई भी अधिकारियो द्वरा इस समस्याओं का समाधान नही निकाल पाये।
मेला स्थल में प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कहा कि गरीबो के साथ इतना निर्मम तानाशाही रवैया बताती है जो साफ साफ नजर आ रहा की छत्तीसगढ़ शासन अपने कार्यो को सुचारू रूप से संचालित करने तथा अधिकारीयो के ऊपर लगाम कसने में अशमर्थ है। इस दौरान शासन प्रशासन होन्स में आओ , ताना शाही बंद करो के नारे लोगो के द्वारा लगाये गए।