** रायपुर। बूढ़ातालाब धरना स्थल को नवारायपुर 28 किलोमीटर ग्राम तूता के सुनसान इलाके में स्थानांतरित करने का लगातार कर्मचारी संगठन, ट्रेड यूनियन व मीडिया के कर्मचारी विरोध करते आ रहे हैं। कर्मचारी संघ ने संबंद्ध पक्षों से बिना चर्चा के एकपक्षीय आदेश जारी करने की निंदा करते हुए अनेक सुझाव जिला प्रशासन को दिए हैं। कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने कहा है कि रायपुर नगर निगम सीमा के अंतर्गत भूमि है, जिसमें धरना स्थल व्यवस्थित, सुसज्जित बनाया जा सकता है। जिसमें पंडरी बस स्टैंड की 14 एकड़ विघटित राज्य परिवहन की भूमि, रविशंकर विश्वविद्यालय के सामने कोटा स्थित पुराना विघटित राज्य परिवहन का 4 एकड़ डिपों की भूमि, वर्तमान में सिद्धार्थ चौक में तोड़े गए स्वीपर कॉलोनी की रिक्त भूमि, गांस मेमोरियल सेंटर मैदान काली मंदिर के सामने, महाराजबंद तालाब के किनारे पटेल मोहल्ला जाने वाला नवीन बाईपास मार्ग के दूसरे साइड तालाब के किनारे, नया बस स्टैंड रावणभाठा की रिक्त भूमि, सिंचाई कालोनी कि तोड़े गए रिक्त भूमि, जैसे अनेक विकल्प हैं, जो नगर निगम सीमा के अधीन आम जनता, राजनैतिक पार्टीयों, कर्मचारी सध, प्रिंट मीडिया व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोगों के लिए सुविधाजनक होगा। यदि सिंचाई कालोनी में कांप्लेक्स बनानें जैसी कोई गुप्त योजना बूढ़ा तालाब धरना स्थल के लिए बनाई गई हो तो शासन का जिद्द, प्रतिष्ठा का प्रश्न समझ में आता है। अन्यथा बुढ़ा तालाब को ही स्टेडियम के तरफ 50 फुट बॉउडी वाल को हटाकर, पीछे बड़े नाले के ऊपर कांकृटीकरण कर उस पर मंच बनाकर धरना स्थल सुसज्जित बनाया जा सकता है।यदि सरकार का यह जिद है कि धर्मस्थल को हटाना ही है, तो इसके भविष्य में गंभीर परिणाम परिलक्षित होंगे। जैसा तूता में कल प्लेसमेंट नगरी निकाय कर्मचारियों के आंदोलन में एक कर्मचारी को मिरगी आ गया था, वहां प्रारंभिक चिकित्सा सुविधा फस्टएड उपलब्ध नहीं थी। महिलाओं के लिए विशेष असुविधा स्पष्ट दिखाई दे रहा था।