* रायपुर। छत्तीसगढ़ अंशकालिक स्कूल सफाई कर्मचारी संघ द्वारा आजाद भारत में अपनी आजादी की मांग करते हुए प्रदेश के 47 हजार स्कूल सफाई कर्मचारियों के माथे ने अंशकालिक शब्द के लगे हुए कलंक को मिटाते हुए, अंशकालिक से आजादी प्रदान करते हुए पूर्णकालीन कर स्वतंत्रता की मांग की है। चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार 26 जनवरी को तदाशय की घोषणा न करने पर 5 फरवरी से रायपुर राजधानी में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की घोषणा की है। छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष खांडेकर, संरक्षक विजय कुमार झा एवं प्रवक्ता प्रदीप वर्मा ने बताया है कि लगातार आंदोलन धरना प्रदर्शन नए रायपुर में मंत्रालय घेराव के दौरान वरिष्ठ अधिकारी द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद भी 4 साल सरकार के कार्यकाल समाप्त होने के बाद आज तक अंशकालिक से पूर्णकालिक की विधिवत घोषणा नहीं की गई है। चुनाव में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण व कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक भुगतान की मांग को कांग्रेस पार्टी द्वारा शामिल कर इन गरीबों का वोट प्राप्त कर लिया गया। ऐसी स्थिति में आंदोलन के अलावा कोई मार्ग शेष नहीं बचा है। मात्र ₹2200 में परिवार को चलाना असंभव है। यदि राज्य सरकार अपने चुनावी घोषणापत्र का पालन कर मां दंतेश्वरी की पावन धरा में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा ध्वजारोहण के दौरान पूर्णकालिक की घोषणा न किए जाने पर 5 फरवरी से अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जावेगा। आज के आंदोलन का नेतृत्व प्रदेश पलांगे जांजगीर, भीम कुमार पटेला, संतोष नवरंगें, छाया साहू, भुनेश्वर भास्कर, सुख चरण साहू, अशोक मांडले, चैतराम धुर्वे, दुलारचंद कश्यप सरगुजा, श्याम सागर, आदि के द्वारा किया गया। क्योंकि आंगनबाड़ी सहायिका कल्याण संघ का भी प्रदर्शन था। ऐसी स्थिति में धरना स्थल पर ही जिला प्रशासन के प्रतिनिधि अपर कलेक्टर श्री एनआर साहू पुलिस अधीक्षक व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को राज्य सरकार को अंतिम मांग पत्र सौंपा गया है। कानून व्यवस्था की दृष्टि को देखते हुए रैली न निकालकर धरना स्थल में स्कूल सफाई कर्मचारियों की भावनाओं से प्रशासन को अवगत कराया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से शीघ्र मुलाकात कराने का न केवल आश्वासन दिया बल्कि लिखित में तदाशय का पत्र लिखकर प्राप्त भी किया है। आंदोलनकारियों की सभा को कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने विस्तार से पूर्ववर्ती सरकार व वर्तमान सरकार द्वारा आरक्षित वर्ग के इन सबसे निचले स्तर के अल्प वेतनभोगी सेवाभावी कर्मचारियों को किस प्रकार छला गया है। श्री झा ने कहा है कि स्कूल सफाई कर्मचारी बेसब्री से गणतंत्र दिवस पर आजादी की धोषणा का इंतजार करेंगे।

