छुरा …..**भक्ति माता की तपोभूमि और आध्यात्म की पावन धरा, तपस्या भूमि का कमाल है कि आज नवापारा- राजिम क्षेत्र से दो सौ से अधिक बेटियां ब्रह्माकुमारी बनकर देश के कोने-कोने में आध्यात्म का संदेश दे रहीं हैं। आज से 42 साल पूर्व वर्ष 1980 में यहाँ ब्रह्माकुमारीज संस्थान की बहुत ही छोटे स्तर पर गांव से शुरुआत की गई थी। आज क्षेत्र में 13 सेवाकेंद्र और 150 से अधिक गीता पाठशालाएं गांव-गांव में संचालित हैं। इनमें 1500 से अधिक संस्थान के नियमित विद्यार्थी हैं जो संयम के पथ पर चलते हुए योग-तपस्या में जुटे हैं।यह बात नवापारा-राजिम क्षेत्र की संचालिका बीके पुष्पा दीदी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। ब्रह्माकुमारीज के त्रिमूर्ति भवन में शनिवार को भवन के उदघाटन को लेकर होने वाले दो दिवसीय समारोह के उपलक्ष्य में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। मुख्य उदघाटन समारोह रविवार को सुबह 11 बजे से नवकार स्कूल के सामने परिसर में आयोजित किया जाएगा। इसके पूर्व त्रिमूर्ति भवन पर राजयोगिनी आरती दीदी द्वारा शिव ध्वजारोहण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यहाँ से आध्यात्मिक ज्ञान लेकर आज बेटियां छत्तीसगढ़ सहित इंदौर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब में जन-जन को आध्यात्म का संदेश दे रहीं हैं। राजिम में 14 जुलाई 1991 को विधिवत ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र की स्थापना की गई थी। 1937 में हुई थी संस्थान की शुरुआत-इंदौर जोन के धार्मिक प्रभाग के जोनल कोऑर्डिनेटर बीके नारायण भाई ने कहा कि संस्थान की शुरुआत 1937 में बहुत ही छोटे स्तर पर हैदराबाद सिंध प्रांत से की गई थी। आज विश्व के 140 देशों में पांच हजार से अधिक सेवाकेंद्र संचालित है। साथ ही 20 लाख से अधिक भाई-बहने नियमित विद्यार्थी हैं जो रोजाना सेवाकेन्द्रों पर जाकर मुरली क्लास, सत्संग में भाग लेते हैं। राजस्थान के माउंट आबू, आबू रोड में अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय है। कलम की ताकत को समाज कल्याण में लगाएं- माउंट आबू से आये संस्थान के मीडिया विंग के वरिष्ठ पत्रकार बीके पुष्पेंद्र ने कहा कि वर्ष 1986 से मीडिया विंग मूल्यनिष्ठ मीडिया के उद्देश्य को लेकर कार्य कर रहा है। संस्थान के जितने भी समाचार माध्यम, टीवी चैनल, अखबार हैं उनमें किसी तरह का विज्ञापन नहीं दिया जाता है। सभी में सिर्फ सकारात्मक, मोटिवेशनल लेख और खबरें होतीं हैं। परमात्मा ने आपको कलम की ताकत दी है तो उसे समाज कल्याण और सकारात्मक माहौल बनाने में लगाएं। 100 से अधिक बेटियों की तपस्या का होगा सम्मान-23 जनवरी को आयोजित सम्मान समारोह में नवापारा-राजिम से निकली ब्रह्माकुमारियों में से 100 से अधिक बहनों का सम्मान किया जाएगा। साथ ही बीके राजयोगिनी आरती दीदी का नागरिक अभिनंदन भी किया जाएगा। ये मौजूद रहेंगे अतिथि-उदघाटन समारोह में ब्रह्माकुमारीज की इंदौर-छत्तीसगढ़ जोन की जोनल निदेशिका राजयोगिनी आरती दीदी, मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष योगेश शर्मा, विशिष्ट अतिथि के रूप में मुंबई से महामण्डलेश्वर प्रेमानंद सरस्वती, इंदौर से मप्र हाईकोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति बीडी राठी, पूर्व मंत्री एवं रायपुर विधायक बृजमोहन अग्रवाल, नवापारा राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरधारी लाल अग्रवाल, समाजसेवी डॉ. राजेन्द्र गदिया, समाजसेवी स्वरूप चंद टाटिया मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे।
दो सौ से अधिक बेटियां ब्रह्माकुमारी बनकर समाज कल्याण में जुटीं- 42 साल पहले नवापारा-राजिम की धरा पर गूँजा था आध्यात्म का नारा- 13 सेवाकेंद्र और 150 से अधिक गीता पीठशालाओं से दिया जा रहा राजयोग मेडिटेशन का संदेश- 1500 से अधिक नियमित विद्यार्थी संयम के पथ पर चल रहे
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