खबर हेमंत तिवारी पांडुका / देश,प्रदेश व क्षेत्र के एकमात्र पंचकोशी धाम का समापन आज राजिम के कुलेश्वरनाथ मंदिर के प्रांगण में समाप्त हुवा, आपको बता दे कि शिव महापुराण की कथा के अनुसार पंचकोशी धाम की यात्रा करने से द्वादश ज्योतिर्लिंग व चारधाम की यात्रा का पुण्य फल प्राप्त होता है।पंचकोशी धाम के अंतर्गत सात स्वयम्भू शिवलिंग के दर्शन नँगे पैर पैदल चलकर किया जाता है, जिसमे रायपुर जिला के पटेवा में स्थित पटेश्वर नाथ, चंपारण के चम्पेश्वर नाथ,महासमुंद जिला में स्थित बम्हनी के बम्हनेश्वर नाथ, गरियाबंद जिला के फिंगेश्वर में स्थित फनीकेश्वरनाथ, कोपरा के कोपेश्वरनाथ, लफन्दी के अवघड़दानी बाबा व राजिम स्थित कुलेश्वरनाथ महादेव आते है। सभी मंदिरों की दूरी एक दूसरे से पांच- पांच कोस की दूरी पर स्थित है,इसलिए इस यात्रा को पंचकोशी धाम यात्रा भी कहा जाता है।
