खबर हेमंत तिवारी पाण्डुका- शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्था, समाज कल्याण विभाग एवं पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वाधान में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम स्थानीय हायर सेकंडरी स्कूल में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों में नशा के प्रवाह को रोकना एवं समाज में आने वाली पीढ़ी को नई दिशा प्रदान कर नशा मुक्त समाज की स्थापना करना है। शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान के अध्यक्ष मनोज कुमार साहू ने बच्चो को संबोधित करते हुए कहा कि नशा से आज तक किसी का ना भला हुआ है ना होगा। नशा समाज की बहुत बड़ी कुरीति है इससे हमें तथा हमारे परिवार को बचा कर रखना चाहिए, नशा से केवल नाश होता है। जिसमें शरीर का नाश, अर्थ का नाश, अपने वर्चस्व का नाश, परिवार का नाश होता है। इसलिए सभी को नशा से दूर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि नशा से किसी का आज तक किसी का भी घर नहीं बशा, सिर्फ बर्बाद ही होता है । लोग नशा करने को शान समझते है। शादी सहित मृत्यु, नामकरण संस्कार, मौसम खराब है तो सिर्फ पीने वालो को पीने का बहाना चाहिए। लोग ऐसे ही अनेक बहाना बना बना के पीते है। मगर इसका हर्जाना उस व्यक्ति को भुगतना ही पड़ता है। इसलिए कभी भी किसी भी प्रकार का नशा का सेवन ना करे।शांति मैत्री ग्रामीण विकास संस्थान के सचिव उदय कुमार गंगोइ ने कहा कि छोटे छोटे बच्चे गांजा, बीड़ी, सिगरेट, सिलयोशन, गोली, भांग आदि का नशा करते है। जिससे बड़े व बच्चे मानसिक रोगी बनकर चोरी, हत्या, बलात्कार जैसी संगीन जुल्म कर बैठते है। हमे सब मिलकर इस समस्या से लड़ना है। जिसके लिए समाज में जारूकता लाना बहुत ही जरूरी है। तभी हम सभ्य समाज की कल्पना कर सकते है। काउंसलर खेमचंद जंजीर ने बताया कि नशा में अभी स्कूली बच्चे लिप्त हो रहे है। अभी छोटे छोटे बच्चे केन्द्र में भर्ती हो रहे है जो गांजा दारू बीड़ी सिगरेट का नशा करते है। हमारे केन्द्र में योगा, मेडिटेशन, कौसलिंग से निशुल्क उपचार किया जाता है। नशा के कारण ही साईबर क्राइम, पास्को एक्ट, बाल अपराध आदि अपराध नशा के कारण हो रहे है। इसके अलावा कार्यक्रम में यातायात संबंधी नियमों का भी विस्तार से जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में प्राचार्य निरंजन तिवारी, व्याख्याता यूआर साहू, एचके भार्गव, ओकेश मार्कण्डेय, आरके देवांगन, एलपी साहू सहित स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।