पाटन। कृष्ण किंकर मंगल मूर्ति मारुति यज्ञ सेवा सत्संग समिति एवं समस्त ग्रामवासीयो के तत्वाधान में 15 जनवरी 2023 से 22 जनवरी तक ग्राम घुघवा (क) मंगलमूर्ति श्री नारायण सरोवर ( हरबंधा बंधा) के पास घुघवा(क) नवदिवसीय राम नाम महामंत्र मानस जप महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया गया है। भागवताचार्य पंडित पवन द्विवेदी ने कहा कि श्रीमद भागवत विलक्षण ग्रंथ है कथा ही साक्षात श्री कृष्ण है रचियता एवम श्रोता भी श्री कृष्ण है श्रीमद भागवत कथा मूर्ति के रूप में अक्षर ब्रम्ह है श्री कृष्ण प्रेम है सम्पूर्ण जगत ही ब्रम्ह से उत्पन्न हुआ है। पंडित श्री द्विवेदी ने भक्ति को व्याख्या करते हुए कहा कि भक्ति विलक्षण वस्तु है जिस पर आरोपित कर दो वह दिव्य हो जाता है भूख में आरोपित कर दो तो भक्ति एकदशी का व्रत हो जाता है भ्रमण पर भक्ति को आरोपित कर दो तो वह तीरथ बन जाता है उन्होंने मृत्यु पर कहा कि परमात्मा ने जिसे पैदा किया उसकी मृत्यु नहीं होती जीव जिसको पैदा किया है उसकी मृत्यु होती है , मोह पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि शुरू में भी दुख अंत में दुख इसी में हम बीच में सुख को ढूंढते है यही मोह है, कुपथ्य के मूल में मोह है जानते हुए भी जिस कुकर्म को करते है वहीं मोह है सुख आनंद कही नहीं है अपने अंदर है जनहा भेद है वहीं दुख है भागवत के मध्य में आनंद है शुरू एवम अंत में दुख है।
आज के कथा में नागा साधुओं संत ने आज कथा श्रवण किया इसके अलावा रामानंद शर्मा,आवधेश शर्मा,पुरषोत्तम तिवारी,धर्मेंद्र वर्मा,विष्णु प्रसाद अवस्थी, कमल नारायण पांडे के अलावा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
