खबर हेमंत तिवारी पांडुका /अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज कार्यक्रम के तहत ग्राम पोंड के शा. उ.मा. शाला मे मोटे अनाज के बारे मे मिलेट मिशन के तहत वनसभापति रजनी सतीश चौरे ने व्यख्यान दिया l वर्ष 2023मे अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष मानने के भारत के प्रस्ताव को वर्ष 2018 मे खाद्य और कृषि संगठन ( FAO)द्वारा अनुमोदित किया गया था तथा सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप मे घोषित किया है l मिलेटस ( बाजरा ) के विकास के लिए भारत सरकार ने अनेक कदम उठाए है l 2018मे इसका राष्ट्रीय वर्ष मनाया गया, मिलेटस देश मे मुख्य रूप से आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, झारखण्ड, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों मे मिलेटस की खेती होती है l पोस्टिक रूप इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, लोह तत्व, आदि तत्व मिले होते है l बाजरा कम खर्चीला और पोस्टिक रूप से गेहूं, एवं चावल से बेहतर होता है l इस अवसर पर वनसभापति रजनी सतीश चौरे उपस्थित थी साथ मे ग्राम सेविका सरोज केवट, के. के साहू सर, के. पी साहू सर, एजेश निर्मलकर, स्कूल के स्टॉप, व स्कूल के बच्चे उपस्थित थे l
