हेमन्त तिवारी,,,,

पाण्डुका l समीपस्त ग्राम कुरूद पांडुका में आयोजनकर्ता श्री बहुर राम श्री मति खेदिन बाई नरोत्तम साहू तो मेश्वर साहू के द्वारा भागवत महापुराण का आयोजन किया जा रहा है l पंडित श्री ऋषिकेश तिवारी के द्वारा कथा का वाचन किया जा रहा है जिसमें आज पांचवे दिन का कथा वाचक द्वारा बताया कि द्वापर युग में भगवान कृष्ण अवतार में आए 16 कलाओं में भगवान बाल लीला करते हैं माखन मिश्री खाते हैं और मिट्टी खा कर लोगों को यह संदेश देते हैं की पृथ्वी का दोहन मत करो पृथ्वी का मान रखो। गोप ग्वालो के साथ में रहकर जीवन बिताते हैं गौ सेवा भी करते हुए गौ रक्षा का संदेश देते हैं। कंस जैसे अपराधी को इस दुनिया में जीने का अधिकार नहीं है गोवर्धन पर्वत को उठाकर भगवान एकता का परिचय देते हैं रूखमणी हरण करके शिशुपाल जैसे कुकर्मी और शराबी के हाथों से रूखमणी को छुड़ाए हैं। ब्रज में 11 वर्ष और 56 दिन लगातार रहकर सबको आनंद बाटे हैं और सुदामा जैसे गरीब ब्राह्मण को मित्र बनाकर सब से प्रेम करना, सबकी मदद करना यह उनका संदेश रहा है राम रूप में गौ सेवा नहीं कर पाए थे इसलिए वह कृष्ण बनकर आए और 9 लाख गौ सेवा भगवान ने किया कुल मिलाकर भगवान कृष्ण इस दुनिया में 125 वर्ष लगातार रहे।