- कर्मचारियों के मिलीभगत के चलते उड़ीसा से अवैध धान का भंडारण जोरों पर….
- बीरीघाट पर बना चेक पोस्ट में कर्मचारी हमेशा ड्यूटी से रहते हैं नदारद….
रोशन अवस्थी@देवभोग। जिन चेक पोस्ट के भरोसे प्रशासन उड़ीसा के धान को रोकने का एक और दावा कर रही है। लेकिन प्रशासन के सारे दावे बिरी घाट पर बना चेक पोस्ट पोल खोलती दिख रही है। कर्मचारियों से मिलीभागत के चलते चेक पोस्ट पर तस्कर आसानी से सेंध मारकर लगातार अवैध धान कि तस्करी कर रहे हैं।
हालांकि गरियाबंद कलेक्टर प्रभात मलिक जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी को सीमावर्ती क्षेत्र व संवेदनशील क्षेत्र में सतत निगरानी के निर्देश दिए हैं। और सभी चेकपोस्ट में सुरक्षा बल व स्थानीय कर्मचारी व कोटवारों की ड्यूटी तैनाती की गई है। लेकिन इसके विपरीत बीरीघाट पर बना चेक पोस्ट में सुरक्षा बल व कर्मचारी हमेशा ड्यूटी से नदारद रहते हैं। जिसके चलते अमलीपदर, मुड़घैल माल व शरनाबहाल के व्यापारी आसानी से उड़ीसा से अवैध धान का तस्कर लगातार जोरों शोरों से कर रहे हैं ।और क्षेत्र में इसे उचित दाम में बेचकर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।
इसमें कहीं ना कहीं जिले के उच्च अधिकारी की लापरवाही साफ झलकती दिख रही है व सीमावर्ती क्षेत्र का सतत मॉनिटरिंग के अभाव के चलते चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारी अपनी मनमानी करते आ रहे हैं ।और क्षेत्र के नामी व्यापारियों से सांठगांठ कर उड़ीसा से अवैध धान का तस्कर कर सरकार को अतिरिक्त चूना लगा रहे हैं।

मैनपुर अनु विभाग के कई सारे क्षेत्र संवेदनशील व मुख्यालय से दूरी होने के चलते यहां तैनात अधिकारी तय सीमा पर क्षेत्र का दौरा नहीं करते। जिसके चलते बेखौफ होकर चेक पोस्ट पर तैनात कर्मचारी ड्यूटी करते हैं। इसका साफ नजारा बीरीघाट में बना चेक पोस्ट पर दिख रहा है ।यहां तैनात कर्मचारी अधिकतर समय ड्यूटी से नदारद रहते हैं। व अपनी मनमानी करते आ रहे हैं।
जब हमारे संवाददाता इस चेकपोस्ट पर पहुंचे तो देखा कि वहां तैनात कर्मचारी ड्यूटी से नदारद थे ।इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में अवैध धान का तस्करी जोरों पर है ।और ड्यूटी पर तैनात ना होना कर्मचारी के लापरवाह को दर्शाता है। ग्रामीणों के कथित बयान के अनुसार चेक पोस्ट के सहारे उड़ीसा से अवैध धान ट्रकों के माध्यम से आसानी से छत्तीसगढ़ आ रहे हैं।

धान पार करने का व्यापारियों ने ढूंढा अजब तरीका…..
उड़ीसा से धान का तस्करी व्यापारी के द्वारा अजब तरीका अपनाए हुए हैं। ट्रकों के माध्यम से ऊपर में मक्का व अंदर में धान भरकर एक अनोखा तरीका निकाला है ।और ट्रक से भरा धान इस चेक पोस्ट के सहारे छत्तीसगढ़ में आ रही है। और इसे ऊंचे दाम पर किसानों को बेचकर अधिक मुनाफा क्षेत्र के व्यापारी कमा रहे हैं।
हालांकि अमलीपदर तहसीलदार सिद्दीकी का कहना है कि हमारी टीम पूरे सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा कर रही है। और कई जगह से हम अवैध धान के भंडारण को रोकने में सफल हुए हैं। और कार्यवाही भी की है और हमारी टीम पूरे सीमावर्ती क्षेत्र का लगातार दौरा कर निगरानी रखी हुई है।
तहसील दार अमलीपदर.. सिद्धकी खान
अब देखना यह होगा कि ऐसे लापरवाह कर्मचारी के ऊपर शासन किस तरह से कार्यवाही करती है??