पाण्डुका से हेमंत तिवारी की कलम से,,
पांडुका/ ब्लॉक मुख्यालय क़े शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल लोहरसी में खेल खेल में स्कूली छात्रों के बीच मामूली विवाद इतना बढ़ गया दोनों गुटों में जमकर मारपीट व पथराव होने की घटना हुई जिसके चलते मौके पर 4 छात्र गम्भीर रूप से घायल हुवे।घटना को लेकर स्कूल प्रबन्ध समिति के पदाधिकारी व ग्रामीण घटना के दरमियान उपस्थित शिक्षको को लेकर काफी आक्रोश है।ग्रामीणों की मांग है कि मौके पर उपस्थित मूक दर्शक बने शिक्षको के ऊपर कड़ी कार्यवाही की जाए नही तो स्कूल का बहिष्कार कर ताला जड़ने की चेतावनी दिए है।इसके पहले भी लोहरसी स्कूल की शिक्षको की कई लापरवाही व उदासीन रवैये से ग्रामीणों में काफी नाराजगी व्याप्त है।मामले में लेख करना होगा कि बीते शनिवार को बेग लेस डे के दिन स्कूल परिसर में मिडिल स्कूल के खेल कूद के दरमियान स्कूली बच्चो में कबड्डी खेलने के दरमियान मामूली विवाद होने से दोनों पक्षों में जमकर मारपीट व पथराव की घटना हुई स्कूल परिसर में हंगामा होते देख 10वी 11 वी के बच्चे बीच बचाव करने पहुंचे वही विवाद बढ़ते देख आक्रोशित बच्चो ने कुछ बाहरी बच्चो को भी लड़ाई में शरीक होने बुला लिया जिसके चलते स्कूल परिसर खेल मैदान के बजाय अखाड़ा में तब्दील हो गया व जमकर मारपीट होने के साथ ही पथराव भी हो गई जिसमें 4 स्कूली बच्चे गम्भीर रूप से घायल हो गए।मौके पर घटना की जानकारी होते पाण्डुका पुलिस दल बल मोके पर पहुंचकर कर बच्चो को समझाइस देने के साथ एक बड़े वारदात को नियंत्रण में कर स्कूली बच्चो को अस्पताल में प्राथमिक उपचार कर बच्चो व पालको को थाना में लेकर बयान दर्ज किए।इतना सब होने के बावजूद स्कूल परिसर में मौका घटना स्थल में उपस्थित शिक्षको की लापरवाही साफ तौर पर नजर आती है। स्कूल के प्राचार्य के एल कंवर घटना के दिन कुछ काम से बाहर थे।स्कूल में प्राचार्य के नही रहने पर उन्होंने सूचना पंजी में उस दिन के लिए स्कूल के वरिष्ठ व्याख्याता रवि अगरवाल को प्रभारी नियुक्त किये थे।घटना की जानकारी लेने पर उन्होंने शनिवार को साफ तौर पर मना कर दिया कि मैं प्रभारी नही था।अब मामला उजागर हुवा तो कबूलने लगा कि मैं प्रभार में था।फिर हाल स्कूली छात्रों में हुई खूनी लड़ाई को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।व जिम्मेदार शिक्षको के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग किये।साथ हि कुछ जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को लेकर हमेशा भी ग्रामीणों मे नाराजगी रहती है जिनका उन शिक्षको के साथ अच्छे सम्बन्ध बताया जाता और एक बार फिर अधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर उस शिक्षक को बचाने मे लगे जिनके वजह से इस विद्यालय का नाम हमेशा खराब होता आ रहा है ।जो ओपन स्कूल की परीक्षा मे सामूहिक नकल का मामला हो या फीर दिव्यांग बच्चों से या अन्य ओपन स्कूल के बच्चों सेअधिक फिस लेना जैसे कई कारनामें है ।केवल प्रिंसिपल को हटाने से ये मामला शांत नही होगा ।प्रिंसिपल से जायदा उस शिक्षक को हटाना जायदा महत्वपूर्ण होगा ।जिनके हटने से विद्यालय की छबि मे सुधार आ जाय । पर शायद जिम्मेदार अधिकारीयों को ये दिखई नही देता । या देखना नही चाहते ।बहर हाल जिला शिक्षा अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेकर चन्द्रशेखर मिश्रा व अन्य को मामले जांच की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तूत करने निर्देशित किये है। जिसमे जांच अधिकारियों को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा व ग्रामीणों ने स्कूल के शिक्षको की लापरवाही बरतने का ठीकरा अधिकारियों के ऊपर बरसाते कहा कि स्कूल के प्राचार्य के एल कंवर का तत्काल अन्यंत्र स्थानांतरण की मांग किये है।स्थानांतरण नहो होने पर धरना प्रदर्सन व स्कूल का बहिष्कार कर प्रवेश द्वार में ताला जड़ने की चेतावनी दिए है।,,,,,,चन्द्रशेखर मिश्रा विकाशखण्ड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि ग्रामीणों की मांग के अनुरूप जांच प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को भेजकर प्राचार्य की स्थानांतरण किये जाने की मामले का उल्लेख कर प्रतिवेदन इस कार्यालय द्वारा भेजे जाने की जानकारी दिए है।